भाषण

ब्रिटेन शानदार चीजें बनाता है

ब्रिटिश उच्चायुक्त सर जेम्स बेवन द्वारा अपने आवास पर आयोजित फार्मूला वन कार्यक्रम के अवसर पर 23 अक्तूबर 2013 को दिए गए भाषण की लिखित प्रतिलिपि।

यह 2010 to 2015 Conservative and Liberal Democrat coalition government के तहत प्रकाशित किया गया था
Sir James David Bevan KCMG

भूमिका

इस शाम, यहां आपका स्वागत करते हुए मुझे प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है। सर्वप्रथम धन्यवाद के दो शब्द।

मैं अपने आवास पर इस अवार्ड विनिंग शो के विशेष संस्करण का आयोजन प्रस्तावित करने के लिए खास तौर पर एनडीटीवी और सिद्धार्थ पाटनकर को धन्यवाद देना चाहता हूं। एक शानदार उत्पाद के निर्माण और कार तथा बाइक शो के आयोजन के सफलतापूर्ण दस वर्षों के लिए शुभकामनाएं।

मेरा धन्यवाद मोबाइल वन, वोडाफोन, मैकलॉरेन मर्सीडीज टीम तथा निश्चित रूप से एक महान ब्रिटिश, जेनसन बटन को भी जाता है।

जेनसन सबसे युवा ब्रिटिश फार्मूला वन प्रतियोगी रहे हैं। ब्रिटिश चैम्पियन ड्राइवरों की सम्मानित टीम सूची में सम्मिलित होते हुए वे 2009 के फार्मूला वन (F1) रेस के चैंम्पियन बने।

विकीपीडिया के अनुसार, जेनसन अपने पहले ड्राइविंग टेस्ट में एक पार्क किए हुए वाहन से अधिक निकट होने के कारण अनुत्तीर्ण हो गए थे। एक बार जब उन्हें फार्मूला वन से निकाला गया, तो उन्हें स्पष्ट बताया गया कि इस रेस के स्तर पर वास्तव में वे दिल्ली के एक नए भारवाहक रिक्शा चालक की पात्रता रखते हैं।

फार्मूला वन की दुनिया में उनकी महारत के लिए जेनसन को हमारा धन्यवाद! वास्तव में यह पूरी तरह रोमांचक और आह्लादक है। वास्तव में फार्मूला वन ड्राइवर तथा ब्रिटिश उच्चायुक्त होना एक ही बात है, सिवाय इसके कि मैं अपनी गाड़ी के टायर देर से बदलता हूं और आकर्षक सुंदरियों से नहीं मिल पाता।

मैं करुण चांडक को भी धन्यवाद देता हूं, जो भारत के उभरते हुए फार्मूला वन ड्राइवरों में से एक हैं। आज की शाम आप हमारे साथ हो सके, यह हमारा सौभाग्य है। आपने भारत में फार्मूला वन रेस के प्रशंसकों का आधार बनाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह हमारे लिए पहला मौका है जब हम ब्रिटिश तथा भारतीय फार्मूला वन ड्राइवरों की एक साथ उपस्थिति की मेजबानी कर रहे हैं।

मेरा धन्यवाद उन महान ब्रिटिश वाहन ब्रांडों को भी है जिन्हें आज की शाम आप इस बगीचे में चारों ओर प्रदर्शित देख सकते हैं। रॉल्स रॉयस, जैगुआर लैंड रोवर, आस्टन मार्टिन, मिनी तथा बैंटले जैसे ये विख्यात नाम हैं, जिन्होंने दशकों से वाहन उत्कृष्टता के क्षेत्र में ब्रिटिश योगदान का एक कीर्तिमान बनाया है।

और इस सप्ताह के अंत में तीसरे इंडियन ग्रैंड प्रिक्स के हमारे सहयोगी जेसीबी की चर्चा न करूं तो बात पूरी नहीं होती। हममें से कौन है जिसने भारत में घूमकर यह नहीं देखा हो कि भारत के विकास में जेसीबी की कितनी महत्वपूर्ण भूमिका है। जेसीबी के पीले रंगे डिगर्स (जिनका तकनीकी नाम बैकहो लोडर है) आज भारतीय परिदृश्य के एक अनिवार्य अंग हैं जो कुएं खोदते और सड़कें, हवाई अड्डे बनाते दिखाई पड़ते हैं। आप भारत में जो पीले डिगर्स देखते हैं उनमें आधे से अधिक जेसीबी के होते हैं और ये अपनी श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ हैं।

फार्मूला वन में भी जेसीबी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। अगर आप रविवार को नोएडा जाएं, तो आप वहां जेसीबी क्रेन (जिनका तकनीकी नाम लोड-आल्स है) को ट्रैक से उतरी हुई कारों को उनकी आवश्यकतानुसार मदद करते हुए पाएंगे।

मैकलॉरेन और फार्मूला वन

मैं चाहता हूं कि मैकलॉरेन का भी उल्लेख करूं, जिस टीम के सदस्य जेनसन हैं। इस वर्ष मैकलॉरेन मोटर रेसिंग की स्थापना की 50 वीं वर्षगांठ है। मैकलॉरेन मूलतः ब्रिटेन में गठित एक टीम है, और यह अपनी शुरुआत से दूसरी सबसे पुरानी प्रारंभिक फार्मूला वन टीम है, केवल एक इटैलियन टीम के बाद, जिसका नाम अभी मैं भूल रहा हूं। मैकलॉरेन सर्वाधिक सफल फार्मूला वन टीमों में से एक है। यह 182 ग्रैंड प्रिक्स विजेता, 12 ड्राइवर्स चैम्पियनशिप और 8 कंस्ट्रक्टर्स चैम्पियनशिप जीतने वाली टीम रही है।

फार्मूला वन और ब्रिटेन

पूरे फार्मूला वन के साथ ब्रिटेन के संबंधों की कड़ी केवल मैकलॉरेन के साथ ही खत्म नहीं हो जाती। फार्मूला वन की ग्यारह में से आठ टीमें ब्रिटेन(पर आधारित) में गठित हैं। हर कार जिसपर UK मुद्रित है, ऐसी जटिल परिष्कृत मशीन के निर्माण में डिजायन और निर्माण- स्थापना की दृष्टि से ऐसी मशीन का संयोजन और इसके संभाग का निर्माण एक विशिष्ट उपलब्धि है। जब आप एक फार्मूला वन कार देखते हैं, तो आप ब्रिटिश इंजीनियरिंग का एक श्रेष्ठ नमूना देख रहे होते हैं।

उत्कृष्टता तो इसका स्वभाव है। ब्रिटेन में विश्वस्तर के लगभग 25,000 अभियांत्रिकी विशेषज्ञ हैं, जो फार्मूला वन को सफल बनाने में योगदान करते हैं। 4500 कंपनियां हैं जो फार्मूला वन से जुड़ी हैं, इसके साथ ही मोटरस्पोर्ट तथा परफॉर्मेंस इंजीनियरिंग उद्योग भी इसमें अपनी भूमिका निभाते हैं।

और यहां के उपोत्पादों में भी उत्कृष्टता है। ब्रिटिश फार्मूला वन डिजाइनर माइक स्पाइंडेल ने एक फार्मूला वन कार के कार्बन शेल से प्रेरित होकर ऑल टेरेन व्हील चेयर का निर्माण किया है। यह पतले आकर्षक डिजायन की, डोलची जैसी सीट और विशिष्ट ड्रम ब्रेक युक्त गाड़ी है। इसमें ऐसे ब्रेक इसलिए लगाए गए क्योंकि यह किसी परंपरागत व्हील चेयर से दोगुनी गति से चलती है और दिखने में भी यह उससे दसगुना बेहतर है।

ब्रिटेन ने ढेरों गाड़ियां बनाई हैं

ब्रिटेन में हम केवल फार्मूला वन कारें ही नहीं बनाते। हम ढेर सारी अन्य कारें भी बनाते हैं। यह महज एक झूठा कथन है कि ब्रिटेन कार उद्योग बंद होने के कगार पर है। वास्तव में ठीक इसके विपरीत: पहले की तुलना में हम आज ब्रिटेन में कहीं अधिक कारें बना रहे हैं- 1.5 मिलियन कारें पिछले वर्ष। और हम उन कारों का पूरी दुनिया के 100 से अधिक देशों को निर्यात करते हैं।

दुनिया की सर्वश्रेष्ठ 20 ऑटोमोबाइल निर्माता कंपनियों में से 19 आज ब्रिटेन में अवस्थित हैं। टोयोटा का ब्रिटेन में अवस्थित संयंत्र दुनिया के अत्याधुनिक संयंत्रों में से एक है।

दुनिया की पहली शून्य उत्सर्जन वाली बड़े पैमाने पर उत्पादित कार- निसान लीफ ब्रिटेन में बनती है।

ब्रिटेन में हम बड़ी मात्रा में इंजन भी बनाते हैं- प्रतिवर्ष 2.5 मिलियन से अधिक। बीएमडब्ल्यू ने बरमिंघम के नजदीक 4 सिलिंडर पेट्रोल इंजन के निर्माण के लिए वैश्विक केंद्र का स्थान निर्धारण किया है।

और वहीं बीएमडब्ल्यू अपनी i8 हाइब्रिड सुपरकारों के लिए 3 सिलिंडर इंजन भी बनाएगा।

जर्मन और जापानी लोग व्यापार के विकास के लिए स्थान निर्धारित करने के मामले में किसी भावुकता के शिकार नहीं होते। ये लोग भी ब्रिटेन में हैं, क्योंकि यह

अत्याधुनिक प्रोद्यौगिकी उत्पादन के लिए विकसित विश्व के सर्वश्रेष्ठ देशों में से एक है।

और ठीक यही बात वैश्विक स्तर पर अग्रणी भारतीय कंपनियों के बारे में भी लागू होती है।

टाटा इसका सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है। 2008 में टाटा द्वारा अधिगृहीत, जैगुआर लैंड रोवर ब्रिटिश-भारतीय सफलता की बड़ी कहानी है। टाटा ने जेएलआर में एक बड़ा निवेश किया है। दस हजार से अधिक रोजगार के अवसरों का सृजन करते हुए टाटा ब्रिटेन में आज एक विशालतम निर्माणकर्ता नियोजक कंपनी बन गई है। और भारतीयों के स्वामित्व वाली कंपनियों की ब्रिटेन में निर्मित कारें आज पूरी दुनियां में बेची जा रही हैं। मेरी अपनी आधिकारिक कार एक काली लैंड रोवर डिस्कवरी है, जिसपर मैं रोज सफर करता हूं। ब्रिटिश उच्चायुक्त के रूप में एक भारतीय कार चलाते हुए मैं गर्व का अनुभव करता हूं।

हमने बस कुछ ही महीनों पहले भारत में जैगुआर का एक नया मॉडल लांच किया है, जो यहां इस उद्यान में है। मि. रतन टाटा से मैंने कहा था कि यद्यपि लैंड रोवर पर यात्रा करते हुए मैं खुश था, और अगर वे चाहें तो मुझे मुफ्त में एक नया जैगुआर दें, तो मैं उसपर यात्रा करते हुए भी उतना ही खुश हूंगा। आश्चर्यजनक रूप से, उन्होंने मेरे इस दरियादिल प्रस्ताव को ठुकरा दिया। इसीलिए तो वे एक सफल व्यवसायी हैं और मैं नहीं।

ब्रिटेन बहुत सी अन्य चीजें भी बनाता है

हम ब्रिटेन में केवल कार ही नहीं बनाते।

एक अन्य गलत धारणा है जिसकी ओर मैं आज की शाम इशारा करना चाहता हूं, वह यह कि ब्रिटेन एक निर्माणकर्ता राष्ट्र के तौर पर स्थगित हो गया है। ठीक इसके विपरीत, ब्रिटेन में हम दुनिया की अधिकतर उच्च तकनीकी वस्तुएं डिजाइन या निर्मित कर रहे हैं।

उदाहरण : एआरएम माइक्रोफोन जो कैंब्रिज की एक कंपनी द्वारा डिजाइन किया गया है। अगर आपके पास मोबाइल फोन है; और मैं अबतक किसी ऐसे भारतीय से नहीं मिला जिसके पास ना हो: तो आपके फोन में निश्चित रूप से एक एआरएम माइक्रोफोन मौजूद है। दुनियां भर के 95% मोबाइल फोनों में ये माइक्रोफोन लगे हुए हैं। उदाहरण : रॉल्स रॉयस ऐरो इंजन जिन्हें ब्रिटेन में डिजाइन और निर्मित किया गया। दुनिया में प्रत्येक 2.5 सेकंड पर किसी हवाईजहाज को उतरने या उड़ान भरने के लिए एक रॉल्स रॉयस इंजन शक्ति प्रदान करता है।

उदाहरण : हवाईजहाज के डैने। जब आप अगली बार उड़ान भर रहे हों; तो इस बात की 50% संभावना है कि आपको आकाश में रखनेवाला डैना ब्रिटेन में बना है। दुनिया की आधी से ज्यादा व्यावसायिक उड़ानें ब्रिटेन- निर्मित डैनों द्वारा होती हैं।

और हमारे उत्पाद 35000 फीट की ऊंचाई से भी ऊपर जाते हैं। अगर इस रात आप एक उपग्रह को पृथ्वी की परिक्रमा करते देखें, तो हो सकता है कि यह ब्रिटेन में बना हो। आज हम विश्व के अग्रणी उपग्रह निर्माताओं में से एक हैं। ब्रिटेन के उत्पाद न केवल पृथ्वी बल्कि मंगल, शुक्र और शनि की परिक्रमा भी कर रहे हैं। यह विश्व के सर्वाधिक नवप्रवर्तनशील (आविष्कारी) देशों में एक है।

हम ब्रिटेन के लोग नई चीजों के बारे में सोचने और उन्हें बनाने में बेहतरीन हैं। ब्रिटेन विश्व का सर्वाधिक नवप्रवर्तक देश है। उदाहरण के लिए- इंटरनेट- एक ब्रिटिश द्वारा आविष्कृत किया गया; आइपैड- एक ब्रिटिश द्वारा डिजाइन किया गया; और हिग्स बोसोन- वह मूलभूत कण जो इस भौतिक जगत की कार्य-प्रणाली की व्याख्या करता है, इसे भी एक ब्रिटिश ने ही खोजा।

अन्य चीजें, जिन्हें ब्रिटेन के नागरिकों ने आविष्कृत किया या खोजा, किसी निश्चित क्रम से नहीं हैं: फुटबॉल, गोल्फ, क्रिकेट, टाइडलीविंक्स, क्रॉकेट, पेंसिल, टेलीफोन, एसएमएस मैसेज, प्रकाश बल्ब, टेलीविजन, रेलवे, भाप इंजन, जेट इंजन, होवरक्राफ्ट, पेनीसिलीन, गुरुत्व, रडार, देशांतर, हवाई जहाज की लंबवत उड़ान, क्रमिक विकास का सिद्धांत, बंगी जंप और डाक-टिकट। और शायद दुनिया की प्रसन्नता का एक महत्वपूर्ण साधन- चॉकलेट बार; जिसे ब्रिटिश कंपनी जेएस फ्राइ एंड संस ने आखिरकार 1874 में बनाया। यूरोप तट से दूर धुंध में घिरे रहने वाले एक छोटे से द्वीप के लिए यह सूची कोई बुरी नहीं है।

निष्कर्ष

इसलिए, अगर आप इस शाम की कोई चीज याद करें –जेनसन बटन के अलावा; तो याद रखें कि ‘ब्रिटेन चीजें बनाता है’। और, हमारी बनाई चीजें शानदार होती हैं।

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प्रकाशित 23 अक्टूबर 2013