भाषण

कोच्चि में ब्रिटेन के पूर्व छात्रों की मुलाकात

ब्रिटिश उप-उच्चायुक्त भरत जोशी द्वारा 26 मार्च 2015 को कोच्चि में दिए अभिभाषण की अनूदित प्रतिलिपि।

यह 2010 to 2015 Conservative and Liberal Democrat coalition government के तहत प्रकाशित किया गया था
Bharat Joshi

सबसे पहले तो मैं क्षमा मांगना चाहूंगा कि आज के कार्यक्रम की योजना हमने ऐसी बनाई कि यह आज के क्रिकेट सेमी-फाइनल के साथ टकरा गई। लेकिन यहां आने के लिए आप सबका धन्यवाद।

ब्रिटेन के पूर्व छात्र के नाते आप उस लंबी परंपरा के अंग हैं जो हमारे दोनों देशों की साझेदारी के मुख्य अंग है। भारतीय काफी लंबे समय से ब्रिटेन में शिक्षा पाने जाते रहे हैं और उनमें आधुनिक भारत के ज्यादातर संस्थापक महान हस्तियां शामिल हैं।

हम अपने पूर्व छात्रों का ध्यान रखते हैं। कई मामलों में आप हमारे महानतम एक्सपोर्ट हैं। क्योंकि आपने सर्वोत्तम शिक्षा प्रणाली में अध्ययन किया है। क्योंकि आपने हमारी संस्कृति और मूल्यों को आत्मसात किया है और उन्हें आप भारत भी लेकर आए। और क्योंकि इस प्रक्रिया में आपने अपने संस्थानों को भी बदल दिया है और इस तरह यहां की सबल बहुसंस्कृतिवाद में योगदान देकर आपने कुल मिलाकर ब्रिटेन में भी बदलाव लाया है। यह आयोजन आपके साथ जुड़ने को लेकर है और यह अतीत में हुए जुड़ावों से कहीं अधिक है। हम इसे उपयोगी बनाना चाहते हैं लेकिन हम आपको यह भी बताना चाहते हैं कि हमें आपके साथ किस तरह जुड़ना चाहिए।

यहां एकत्र हुए ब्रिटेन में शिक्षा प्राप्त इतने सारे छात्रों, उद्यमियों, कंपनियों, शोधार्थियों और छात्रों से मिलना एक बड़ी बात है। आप सब विविध क्षेत्रों के अग्रणी लोग हैं और यह तथ्य हमारे अनुषंगी संगठन ब्रिटिश काउंसिल के साथ केरल में हमारे प्रभाव के विस्तार की हमारी आकांक्षा के लिए एक अवसर की तरह है।

ब्रिटिश शिक्षा की गौरव गाथा लंबी है। दुनिया के 6 सर्वोच्च यूनिवर्सिटी में से चार ब्रिटेन में हैं और 10 सर्वोच्च नियोजनीयता (एम्प्लॉयबिलिटी) में 5 ब्रिटेन की है। दुनिया भर के नियोजक ब्रिटिश डिग्री को महत्व देते हैं और सफल करियर के लिए यह एक स्प्रिंगबोर्ड की तरह है। भारतीय छात्र ब्रिटेन में पढ़ने वाले अंतर्राष्ट्रीय छात्रों का एक महत्वपूर्ण भाग हैं और हम छात्रों की गतिशीलता तथा भारत एवं ब्रिटेन के बीच आदान-प्रदान को और अधिक बढ़ाने को इच्छुक हैं। पिछले 10 साल में 2,50,000 से अधिक भारतीय छात्रों ने ब्रिटेन में शिक्षा पाई है।

अपने साझेदार संस्थानों के साथ मिलकर आज ब्रिटिश विश्वविद्यालय पहले की तुलना में अधिक शोधकार्य कर रहे हैं। नए उत्प्रेरक केन्द्र श्रेष्ठ विश्वविद्यालयों और निजी क्षेत्र के संस्थानों को उच्च महत्व के वास्तविक नवप्रवर्तन हासिल करने हेतु एकजुट करते हैं। विश्वविद्यालय क्षेत्र द्वारा शिक्षा क्रांति लाई जा रही है। ब्रिटेन में अध्ययन करने के लिए ब्रिटिश सरकार की छात्रवृत्ति के जरिए इससे बढ़िया कोई और समय नहीं रहा है। ब्रिटेन में अध्ययन करने वाले भारतीय छात्रों के लिए इस साल 700 अनोखी छात्रवृत्ति दी जा रही है जो दुनिया में हमारी इस तरह की सबसे बड़ी योजना है जिसमें हमारा 130 अग्रणी शेवनिंग स्कॉलरशिप शामिल है और फेलोशिप कार्यक्रम के जरिए 130 देशों के 42,000 से अधिक क्षमतावान लीडर्स ब्रिटेन आए हैं और 15 लाख पाउंड से अधिक के 400 नए पार्ट स्कॉलरशिप ग्रेट अवार्ड उपलब्ध हैं।

उद्यमिता के बारे में बिना कुछ कहे मैं केरल नहीं आ सकता। सफल व्यावसायिक अग्रणियों की ओर से उभरते हुए उद्यमियों को संरक्षण प्रदान करने वाले वैश्विक उद्यमिता कार्यक्रम तथा वित्त की व्यवस्था सहित व्यावहारिक सहायता के साथ नवोदित उद्यमियों की मदद करने वाले साइरियस (Sirius) कार्यक्रम सहित कई प्रकार के प्रयासों के जरिए ब्रिटेन उद्यमिता को प्रोत्साहित करता है। नवीनतम संस्करण ग्रेट टेक रॉकेटशिप्स टू ब्रिटेन एक रोमांचकारी नया प्रयास है जो तीव्र गति से विकास करने वाली अगली पीढ़ी की तकनीकी कंपनियों की पहचानकर उनकी मदद करता है। यह राष्ट्रीय प्रतियोगिता बस कुछ ही सप्ताह पहले समाप्त हुई है। सभी 5 विजेता दक्षिण के थे, जिनमें 1 कोच्चि से था।

अंत में आज के समारोह के बारे में कुछ शब्द। यह केवल हमारी ओर से आपके साथ एकतरफा संवाद नहीं होना चाहिए। हमारी इच्छा इसे पारस्परिक संवाद के रूप में देखने की है और हम आपसे यह सुनना चाहते हैं कि हम आपके साथ दीर्घकालीन रूप से कैसे काम कर सकते हैं। आशा करते हैं यह एक दीर्घकालीन और फलदायी साझेदारी की शुरुआत होगी।

धन्यवाद!

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प्रकाशित 26 मार्च 2015