प्रेस विज्ञप्ति

द्विपक्षीय व्यापार को प्रदर्शित करने के लिए भारत और यू.के. के बीच में खेल संधि

भारतीय खेल प्रतिनिधिमंडल विदेश व्यापार को प्रोत्साहित करने के लिए ब्रिटिश व्यवसायों के लिए निर्यात के अवसर प्रस्तुत करता है l

यह 2016 to 2019 May Conservative government के तहत प्रकाशित किया गया था
India-UK Sport Seminar

अंतर्राष्ट्रीय व्यापार विभाग (डीआईटी) आज (11 जून, मंगलवार) 2019 के क्रिकेट विश्व कप के दौरान, ब्रिटिश खेल निर्यातकों के लिए अवसरों को प्रदर्शित करने हेतु, लन्दन में भारत और यू.के. के एक खेल प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करता है l

यह कार्यक्रम अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के अवसरों को प्रदर्शित करने के लिए दोनों देशों में उच्च मानदंड वाले खेल कंपनियों के व्यवसायिक नेताओं को एक मंच पर लायेगा l

2018 में, 10% की वृद्धि करते हुए 500 मिलियन पौंड के अब तक के सबसे उच्च स्तर पर ब्रिटिश खेल उपकरण के निर्यात के साथ, डीआईटी का नया आँकड़ा उसी अवधि में 30.6% की वृद्धि के साथ भारत को खेल उपकरणों के निर्यातों को प्रदर्शित करता है l

अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के राज्य सचिव, डॉ. लियाम फॉक्स, एमपी ने कहा:

यू.के. विश्व के सबसे बड़े खेल कार्यक्रमों में से कुछ के आयोजन से प्राप्त हमारे अनुभव और विशेषज्ञता का प्रयोग करके विश्व श्रेणी के खेल कार्यक्रमों को आयोजित करने में भारत का भागीदार बनना चाहता है l

स्थानीय अर्थतंत्रों के लिए बड़े खेल कार्यक्रमों को आयोजित करने से महत्त्वपूर्ण लाभ प्राप्त होते हैं l विश्व कप क्रिकेट में ब्रिटिश व्यवसाय की सफलता को प्रदर्शित करके, यू.के. हमारे भारतीय खेल साझेदारों को अपनी स्वयं की सफलता को साकार करने में सहायता करने के लिए तैयार और सक्षम है l

भारत पहले से ही यूरोपियन यूनियन से बाहर यू.के. का 11वाँ सबसे बड़ा निर्यात बाज़ार है और यू.के. में 7.5 बिलियन पौंड के वर्तमान निवेश के लिए उत्तरदायी है l द्विपक्षीय व्यापार का मूल्यांकन 20.5 बिलियन पौंड से अधिक प्रतिवर्ष के दर पर किया जाता है और अनुमान प्रदर्शित करते हैं कि भारतीय खेल बाज़ार 2026 तक 10 बिलियन डॉलर का उद्योग बन सकता है l

इसका अर्थ है कि उस क्षेत्र के लिए ब्रिटिश खेल निर्यात में कई गुना वृद्धि होने की सम्भावना है l

प्रीमियर लीग अंतरिम मुख्य अधिशासी, रिचर्ड मास्टर्स ने कहा:

प्रीमियर लीग ने भारत में फुटबॉल की प्रगति को समर्थन देने के लिए एक दशक से अधिक समय तक भारतीय सुपर लीग और अन्य संगठनों के साथ अत्यधिक निकटता के साथ कार्य किया है l

इस वर्ष के प्रारंभ में, हम आईएसएल, यू.के. के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार विभाग (डीआईटी) और स्टार स्पोर्ट्स के सहयोग से मुंबई में सबसे पहला फुटबॉल विकास सप्ताह लेकर आए थे l इसने हमारे खेल क्लबों को पूरे भारत से आये प्रशिक्षकों (कोचों) और युवा खिलाड़ियों के साथ अपनी जानकारी साझा करने के लिए एक बड़ा अवसर प्रदान किया l

हम यू.के. और भारत के बीच हुए नए खेल संधि के समर्थक हैं और भारत में विद्यमान वर्तमान संबंधों को विकसित करने और नए संबंधों को पहचानने के प्रति आशान्वित हैं l

रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधि यह विश्वास रखते हैं की ब्रिटिश कंपनियों के पास अधिक क्षमता है की वह भारत में खेल सामान का निर्यात कर सकें

रिलायंस स्पोर्ट्स के मुख्य अधिशासी अधिकारी; सुन्दर रमण ने कहा:

रिलायंस स्पोर्ट्स का प्रारंभ से ही यू.के. के साथ सुदृढ़ सम्बन्ध रहा है; विशेषकर इंडियन सुपर लीग और प्रीमियर लीग के बीच साझेदारी जिसे इस वर्ष के आरंभ में फिर से नवीनीकृत किया गया l

मैं यू.के. के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार विभाग द्वारा आयोजित भारत और यू.के. खेल संधि का एक भाग बनने पर प्रसन्न हूँ l यह अधिक व्यापक खेल क्षेत्र और नीतिनिर्धारकों के साथ, यू.के. में विद्यमान हमारे संबंधों के क्षेत्र को व्यापक बनाने में सहायता प्रदान करेगा l

यह भारत के खेल क्षेत्र में कई गुना वृद्धि का एक उत्साहवर्धक समय है और मैं प्रसन्न हूँ कि यू.के. की सरकार और वहाँ के व्यवसाय जगत द्विपक्षीय व्यापार के संबंधों को सुदृढ़ करने के लिए हमारे साथ जुड़ रहे है l

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प्रकाशित 11 जून 2019